Geo Practical Data Analysis Rank Correlation
प्रात्यक्षिक क्र 04
विदा विश्लेषण: गुणानुक्रम सहसंबंध
Geo Practical Data Analysis Rank Correlation
साख्यिंकीय माहीतीची तुलना करतांना भूगोल विषयात अनेक ठिकाणी दोन चलांचा वापर होत असतो.
उदा. साक्षरतेचे प्रमाण, दरडोई उत्पन्न, लोकसंख्या वाढ, हवामान, तापमान व वायुदाब, इ. अशा वेळी एका चलात झालेल्या बदलामुळे दुसऱ्या चलावर त्याचा कसा परिणाम होतो हे अभ्यासण्यासाठी सहसंबंध अत्यंत उपयुक्त असतो.
विदा विश्लेषण गुणानुक्रम सहसंबंध
सहसंबंध तीन प्रकारे स्पष्ट करता येतात.
1) सकारात्मक सहसंबंध–
या प्रकारच्या सहसंबधात एका चलात वाढ झाल्याने दुसऱ्यामध्ये वाढ होते. (1 हा सहसंबंध च्या जवळ असतो.)
2) नकारात्मक सहसंबंध–
या प्रकारच्या सहसंबधात एका चलामध्ये वाढ झाल्याने दुसऱ्यात घट होते. (-1 ने व्यक्त होतो / जवळ असतो)
3) शून्य सहसंबंध / सहसंबंध नसणे–
या प्रकारच्या सहसंबधात एका चलातील मधील बदल होतो परंतु दुसऱ्यास बदलत नाही.
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विदा विश्लेषण गुणानुक्रम सहसंबंध
प्रात्यक्षिकाचा उद्देश–
दिलेल्या सांख्यिकीय माहितीतील दोन चलांमधील सहसंबध अभ्यासणे
प्रात्यक्षिकांची उद्दिष्टे–
1 दिलेल्या सांख्यिकीय माहितीतील दोन चलानातील संबंध समजून घेणे.
2 दोन चलातील सहसंबध विचारात घेऊन त्याचे योग्य विश्लेषण करणे.
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विदा विश्लेषण गुणानुक्रम सहसंबंध
उदा.1
पुढील माहितीच्या सहाय्याने स्पियरमन गुणांक सहसंबंध पध्दतीव्दारे सहसंबंध ज्ञात करा.
घटक | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 |
दारीद्रय रेषेखालील लोकांची संख्या (x) | 20 | 80 | 0 | 200 | 120 | 160 | 60 | 180 | 90 | 100 |
बेरोजगारांची संख्या (Y) | 40 | 120 | 60 | 240 | 160 | 180 | 80 | 200 | 90 | 100 |
Answer-
प्रदेश | X | R1 | Y | R2 | (R1-R2)=d | (R1-R2)2 |
A | 20 | 9 | 40 | 10 | 9 – 10 = -1 | 1 |
B | 80 | 7 | 120 | 5 | 7 – 5 = 2 | 4 |
C | 0 | 10 | 60 | 9 | 10 – 9 = 1 | 1 |
D | 200 | 1 | 240 | 1 | 1 – 1 = 0 | 0 |
E | 120 | 4 | 160 | 4 | 4 – 4 = 0 | 0 |
F | 160 | 3 | 180 | 3 | 3 – 3 = 0 | 0 |
G | 60 | 8 | 80 | 8 | 8 – 8 = 0 | 0 |
H | 180 | 2 | 200 | 2 | 2 – 2 = 0 | 0 |
I | 90 | 6 | 90 | 7 | 6 – 7 = -1 | 1 |
J | 100 | 5 | 100 | 6 | 5 – 6 = -1 | 1 |
8 |
दारिद्रय रेषेखालील लोकसंख्या आणि बेरोजगारी यांच्यात सकारात्मक उच्च सहसंबंध आहे. यांचा अर्थ असा की जर दारिद्रय रेषेखालील लोकांचे प्रमाण वाढले तर बेरोजगारी देखील वाढते.
उदा.2
खाली दिलेल्या माहितीच्या आधारे स्पियरमन गुणांक सहसंबंध पध्दतीव्दारे सहसंबंध ज्ञात करा.
घटक | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 |
x | 36 | 56 | 20 | 65 | 42 | 33 | 44 | 50 | 15 | 60 |
y | 50 | 35 | 70 | 25 | 58 | 75 | 60 | 45 | 89 | 38 |
Answer-
प्रदेश | X | R1 | Y | R2 | (R1-R2)=d | (R1-R2)2 |
1 | 36 | 7 | 50 | 6 | 7 -6 = 1 | 1 |
2 | 56 | 3 | 35 | 9 | 3 -9 = -6 | 36 |
3 | 20 | 9 | 70 | 3 | 9 -3 = 6 | 36 |
4 | 65 | 1 | 25 | 10 | 1 – 10 =-9 | 81 |
5 | 42 | 6 | 5 | 5 | 6 – 5 =1 | 1 |
6 | 33 | 8 | 75 | 2 | 8 – 2=-6 | 36 |
7 | 44 | 5 | 60 | 4 | 5 – 4 = 1 | 1 |
8 | 50 | 4 | 45 | 7 | 4 – 7 = -3 | 9 |
9 | 15 | 10 | 89 | 1 | 10 – 1 = 9 | 81 |
10 | 60 | 2 | 38 | 8 | 2 – 8 = -6 | 36 |
| 318 |

या उदाहरणातील x व y या यातील सहसंबंध उच्चस्तरीय ऋणात्मक स्वरुपाचा आहे. म्हणजेच एका चलात वाढ झाल्यास दुसऱ्या चलात घट होते.
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उदा.3
काही प्रदेशातील नागरी लोकसंख्या आणि साक्षरतेचे प्रमाण दिले आहे. त्यातील सहसंबंध शोधा आणि आपले मत मांडा.
प्रदेश | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 |
नागरी लोकसंख्या | 60 | 35 | 15 | 22 | 18 | 38 | 47 | 5 | 12 | 9 |
साक्षरतेचे प्रमाण | 73 | 29 | 36 | 14 | 20 | 48 | 45 | 12 | 13 | 10 |
प्रदेश | नागरी लोकसंख्या (X) | R1 | साक्षरतेचे प्रमाण(Y) | R2 | (R1-R2) | (R1-R2)2 |
1 | 60 | 1 | 73 | 1 | 0 | 0 |
2 | 35 | 4 | 29 | 5 | -1 | 1 |
3 | 15 | 7 | 36 | 4 | 3 | 9 |
4 | 22 | 5 | 14 | 7 | -2 | 4 |
5 | 18 | 6 | 20 | 6 | 0 | 0 |
6 | 38 | 3 | 48 | 2 | 1 | 1 |
7 | 47 | 2 | 45 | 3 | -1 | 1 |
8 | 5 | 10 | 12 | 9 | 1 | 1 |
9 | 12 | 8 | 13 | 8 | 0 | 0 |
10 | 9 | 9 | 10 | 10 | -1 | 1 |
18 |
या दोन चलांच्या सहसंबंधावरुन असे लक्षात येते की, नागरी लोकसंख्या व तेथील साक्षरतेचे प्रमाण यांच्यात सकारात्मक उच्च् संबंध असुन नागरी लोकसंख्या वाढल्यास तेथील साक्षरतेचे प्रमाण देखील वाढते
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उदा.3
पुढील माहितीच्या सहाय्याने स्पियरमन गुणांक सहसंबंध पध्दतीव्दारे सहसंबंध ज्ञात करा.
घटक | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 |
दारीद्रय रेषेखालील लोकांची संख्या (x) | 20 | 80 | 0 | 200 | 120 | 160 | 60 | 180 | 90 | 100 |
बेरोजगारांची संख्या (Y) | 40 | 120 | 60 | 240 | 160 | 180 | 80 | 200 | 90 | 100 |
प्रदेश | X | R1 | Y | R2 | (R1-R2)=d | (R1-R2)2 |
A | 20 | 9 | 40 | 10 | 9 – 10 = -1 | 1 |
B | 80 | 7 | 120 | 5 | 7 – 5 = 2 | 4 |
C | 0 | 10 | 60 | 9 | 10 – 9 = 1 | 1 |
D | 200 | 1 | 240 | 1 | 1 – 1 = 0 | 0 |
E | 120 | 4 | 160 | 4 | 4 – 4 = 0 | 0 |
F | 160 | 3 | 180 | 3 | 3 – 3 = 0 | 0 |
G | 60 | 8 | 80 | 8 | 8 – 8 = 0 | 0 |
H | 180 | 2 | 200 | 2 | 2 – 2 = 0 | 0 |
I | 90 | 6 | 90 | 7 | 6 – 7 = -1 | 1 |
J | 100 | 5 | 100 | 6 | 5 – 6 = -1 | 1 |
8 |
दारिद्रय रेषेखालील लोकसंख्या आणि बेरोजगारी यांच्यात सकारात्मक उच्च सहसंबंध आहे. यांचा अर्थ असा की जर दारिद्रय रेषेखालील लोकांचे प्रमाण वाढले तर बेरोजगारी देखील वाढते.
बारावी भूगोल प्रात्यक्षिक 1 सर्वेक्षण (सोडविलेले )
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